- पर्सियन गल्फ में हाल में ही दोनों देशों के जहाजों में मुठभेड़ होते बची है
- अमेरिका ने ईरान पर उकसावे का कदम उठाने का आरोप लगाया है
दैनिक भास्कर
Apr 23, 2020, 02:28 PM IST
वॉशिंगटन. कोरोनावायरस के संक्रमण के बीच ईरान और अमेरिका में तनाव बढ़ रहा है। ईरान ने जहां एक ओर अपने पहले सैन्य सैटेलाइट ‘नूर’ के सफलता पूर्वक अंतरिक्ष में स्थापित करने का दावा किया है वहीं, अमेरिक ने अपनी नेवी को ईरान के जहाजों को उड़ाने के आदेश दे दिए हैं।
अमेरिका और ईरान के संबंध पहले से ही खराब थे, लेकिन अमेरिकी सेना द्वारा ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद हालात ज्यादा तनावपूर्ण हो गए हैं। हाल ही में दोनों में देशों में पर्सियन गल्फ में भी तनाव बढ़ा है। अमेरिका का आरोप है कि ईरान की गनबोट्स यहां पर अमेरिकी जहाजों को छेड़ने का काम कर रही हैं। ईरान के छोटे जहाज और गनबोट्स अक्रामक तरीके से अमेरिकी जहाजों के पास से निकलती हैं।
ईरान का सैटेलाइट 425 किलोमीटर ऊपर कक्षा में स्थापित
ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड ने बुधवार को कहा था कि कई बार असफलताओं के बाद बुधवार को सैन्य सैटेलाइट का सफल प्रक्षेपण किया गया। रिवॉल्यूशनरी गार्ड के एक अधिकारी के मुताबिक सैटेलाइट पृथ्वी की सतह से 425 किलोमीटर (264 मील) ऊपर की कक्षा में स्थापित किया गया है। एक टीवी फुटेज में दिखाया गया है कि सैटेलाइट को ले जाने वाले रॉकेट में कुरान की वह आयत लिखी हुई थी, जिसे मुस्लिम यात्रा के दौरान पढ़ते हैं।
पोंपियो ने कहा ईरान ने यूएनएससी के 2015 के प्रस्ताव का उल्लंघन किया
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने ईरान पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के 2015 के प्रस्ताव का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। दरअसल, 2015 के प्रस्ताव के तहत ईरान ऐसे किसी भी बैलेस्टिक मिसाइल टेक्नोलॉजी और परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम किसी भी मिसाइल पर काम नहीं कर सकता है। आरोप है कि इसी बैलेस्टिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर सैटेलाइट स्पेस में पहुंचाया गया है। इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल परमाणु हथियारों को लॉंच करने में भी किया जा सकता है। हांलाकि, ईरान ने साफ किया है कि उसका मकसद हथियार विकसित करना नहीं है।
ट्रम्प ने नौसेना को ईरान के जहाज नष्ट करने के आदेश दिए
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि अगर ईरान के जहाज अमेरिकी जहाजों को परेशान करें तो नेवी ईरान के जहाज को नष्ट कर दे। ट्रम्प ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। एक हफ्ते पहले ईरान की 11 गनबोट्स ने पर्सियन गल्फ में अमेरिका के वार शिप का रास्ता काटा था। उनमें से एक बोट अमेरिकी जहाज से महज 10 यार्ड (करीब 9 मीटर) की दूरी से होकर निकली थी। उप रक्षा सचिव डेविड नोरक्विस्ट और जनरल जॉन हाइटन ने भी कहा कि ईरान के लिए साफ चेतावनी है कि वह किसी भी कीमत पर हद पार न करें और हमें उकसाए नहीं।