- क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की चचेरी बहन राजकुमारी बास्मा मानवाधिकार वकील हैं
- राजकुमारी बास्मा ने सऊदी अरब में लंदन की तरह संवैधानिक राजतंत्र की मांग की थी
- राजकुमारी बास्मा को पिछले साल स्विट्जरलैंड जाने के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया था
दैनिक भास्कर
Apr 17, 2020, 06:11 PM IST
रियाद. सऊदी अरब में रॉयल फैमिली की सदस्य और देश के संस्थापक की पोती राजकुमारी बास्मा बिंत ने खुद के जेल में होने का खुलासा किया है। उन्होंने मांग की है कि क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान उन्हें रिहा करें और मेडिकल सुविधा प्रदान करें। क्राउन प्रिंस राजकुमारी के चचेरे भाई हैं।
राजकुमारी बास्मा का पूरा नाम बास्मा बिंत सउद बिन अब्दुल्लाजिज अल-सउद है। बास्मा एक मुखर मानवाधिकार वकील हैं। उन्होंने ट्वीट कर दावा किया है कि उन्हें बिना किसी आरोप में रियाद स्थित अल-हायर जेल में उनकी बेटी के साथ कैद किया गया है। रॉयल कोर्ट और चाचा किंग सलमान के पास कई बार अर्जी देने के बावजूद उन्हें अपनी गिरफ्तारी की कोई वजह नहीं बताई गई है।
राजकुमारी बास्मा किंग सउद की सबसे छोटी संतान हैं। उन्होंने खुद को रिहा करने की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा है कि उनकी सेहत बहुत बिगड़ गई है। ऐसे में उन्हें तुरंत रिहा करना चाहिए। हालांकि, अभी यह नहीं पता चल पाया है कि उन्होंने जेल से ट्वीट कैसे किया है।
स्विट्जरलैंड जाते समय हुईं थीं गिरफ्तार
राजकुमारी बास्मा ने बताया कि उन्हें और उनकी बेटी को पिछले साल स्विट्जरलैंड जाने के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया था। उन्होंने बताया था कि उनकी सेहत ठीक नहीं है। उन्हें इलाज की जरूरत है। बावजूद इसके उनके प्राइवेट जेट को उड़ने की अनुमति नहीं दी गई। राजकुमारी के कैद होने की जानकारी रॉयल फैमिली के ज्यादातर सदस्यों को नहीं थी। दो सदस्यों ने इस पर आश्चर्य जताते हुए कहा है कि उन्होंने बास्मा को पिछले एक साल से नहीं देखा है। कुछ का कहना है कि उन्हे बास्मा के घर में नजरबंद होने की जानकारी थी।
सऊदी में की थी संवैधानिक राजतंत्र की मांग
राजकुमारी बास्मा ने सऊदी अरब में लंदन की तरह संवैधानिक राजतंत्र की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि राजशाही को देश की कार्यकारी प्रणाली से अलग हो जाना चाहिए। देश की कार्यकारी शाखा जनता निर्वाचित करे। बास्मा महिला अधिकारों और मानवाधिकारों को लेकर बहुत मुखर रही हैं। वह मीडिया में भी रही हैं। लंदन में कई साल तक रहने के दौरान उन्होंने खुद का बिजनेस भी स्थापित किया है। 2015 में वह ब्रिटेन से लौट आईं थी।