- सरिता कोमितारेड्डी फिलहाल वन्यूयॉर्क पूर्वी जिले के लिए यूनाइटेट स्टेट्स अटॉर्नी ऑफिस में सामान्य आपराधिक मामलों की उप प्रमुख हैं
- हार्वर्ड लॉ स्कूल से लॉ ग्रैजुएट सरिता ने अपने करियर की शुरुआत कोलंबिया अपील कोर्ट के एक जज के क्लर्क के तौर पर की थी
दैनिक भास्कर
May 05, 2020, 05:16 PM IST
वॉशिंगटन. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारतवंशी वकील सरिता कोमितारेड्डी को जज के तौर पर नियुक्त करने के लिए नामित किया। इसके बाद वे न्यूयॉर्क के फेडरल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में अपनी सेवाएं देंगी। वे इसी कोर्ट के पूर्व जज ब्रेट कैवनॉ के क्लर्क के तौर पर सेवाएं दे चुकी हैं। व्हाइट हाउस के मुताबिक, ट्रम्प ने सरिता का नॉमिनेशन सोमवार को सिनेट के पास भेज दिया। सरिता कोलंबिया लॉ स्कूल में कानून पढ़ाती भी हैं।फिलहाल वह न्यूयॉर्क पूर्वी जिले के लिए यूनाइटेट स्टेट्स अटॉर्नी ऑफिस में सामान्य आपराधिक मामलों की उप प्रमुख हैं।
सरिता हार्वर्ड लॉ स्कूल से लॉ ग्रैजुएट हैं। ग्रैजुएशन पूरा होने के बाद उन्होंने कोलंबिया के अपील कोर्ट में तात्कालीन जज ब्रेट कैवनॉ की क्लर्क के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी।
सरिता कई अहम पदों पर अपनी सेवाएं दे चुकी हैं
वे जून 2018 से जनवरी 2019 तक अंतरराष्ट्रीय नार्कोटिक्स एवं मनी लॉन्ड्रिंग मामलों की कार्यवाहक उपप्रमुख रही। 2016 से 2019 तक उन्होंने कंप्यूटर हैकिंग और बौद्धिक संपदा समन्वयक के पद पर सेवाएं दी। वे बीपी डीपवॉटर हॉरिजन ऑयल स्पिल एंड ऑफशोर ड्रिलिंग पर राष्ट्रीय आयोग की वकील रही चुकी है। ट्रंप ने इस साल 12 फरवरी को उन्हें जिला जज के तौर पर नामित करने का ऐलान किया था।